रायपुर : छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा तोड़े जाने पर राजधानी में बवाल मच गया है। मूर्ति तोड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने वीआईपी चौक पर विरोध-प्रदर्शन किया। वहीं पक्ष और विपक्ष के तमाम नेताओं ने घटना की कड़ी निंदा की है। सरकार ने भी स्पष्ट कर दिया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। लेकिन इस घटना को लेकर सियासी वार और पलटवार भी जारी है।
छत्तीसगढ़ी अस्मिता पर सीधा हमला है – अमित जोगी
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के अध्यक्ष अमित जोगी ने कहा कि आज का दिन हमारे लिए बेहद दुखद और शर्मिंदा करने वाला है। राजधानी रायपुर के तेलीबांधा जैसे विशिष्ट चौक पर स्थित छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति को कुछ असामाजिक तत्वों ने खंडित कर दिया है। यह देखकर हृदय रो पड़ता है कि जिस “महतारी” के नाम पर सरकारें सत्ता में आती हैं और योजनाएं बनाती हैं, उसी महतारी की प्रतिमा की सुरक्षा तक नहीं कर पा रही हैं। यह केवल एक मूर्ति का टूटना नहीं, बल्कि हमारी सामूहिक आस्था और छत्तीसगढ़ी अस्मिता पर सीधा हमला है।
गृह मंत्री विजय शर्मा का बयान
गृह मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि यह एक चिंतन का विषय है और पुलिस जांच कर रही है। उन्होंने इस मामले में कांग्रेस के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि इटली वालों का क्या लेना-देना भारत से। पहले अपने आप को देख लें, फिर बात करें।
आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा – मुख्यमंत्री साय
इस घटना पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह अत्यंत निंदनीय कृत्य है। आरोपियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
