राम लखन पाठक।
सिंगरौली (देवसर)। देवसर शासकीय महाविद्यालय जाने वाली मुख्य सड़क पर सालों से बह रही नाली की गंदगी अब आम जनता के लिए सिरदर्द बन चुकी है। कॉलेज जाने वाले सैकड़ों छात्र-छात्राएं और स्थानीय राहगीर हर दिन इस गंदे पानी से होकर गुजरने को मजबूर हैं। हालात यह हैं कि पैदल चलने से लेकर दोपहिया वाहन सवारों को भी फिसलने और चोटिल होने का खतरा बना रहता है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि इस समस्या को लेकर कई बार नगर प्रशासन और जनप्रतिनिधियों से शिकायत की गई, लेकिन आज तक न तो कोई स्थायी समाधान निकला और न ही नालियों का समुचित निर्माण किया गया। मंदिर के पास से बहती यह गंदगी न सिर्फ लोगों को परेशान कर रही है, बल्कि स्वच्छ भारत अभियान की भी पोल खोल रही है।

सबसे ज्यादा प्रभावित:
कॉलेज के छात्र और छात्राएं: गंदे पानी से सड़कों पर चलना मुश्किल।
राहगीर और श्रद्धालु: मंदिर जाने वाले भक्तों को रोजाना गंदा पानी पार करना पड़ता है।
बाइक सवार: कई बार फिसल कर घायल होने की घटनाएं हो चुकी हैं।
बरसात में हालत और भी बदतर हो जाते हैं।
जनता का सवाल:
जब भारत सरकार लाखों करोड़ों खर्च कर ‘स्वच्छ भारत मिशन’ चला रही है, तो फिर ग्रामीण और शैक्षणिक क्षेत्रों की इस तरह की उपेक्षा क्यों? देवसर कॉलेज मार्ग पर बहते नाले के गंदे पानी की समस्या प्रशासन की लापरवाही का जीवंत उदाहरण बन चुकी है।

जनता की मांग:
स्थानीय नागरिकों और छात्रों ने प्रशासन से मांग की है कि कॉलेज मार्ग पर नालियों का समुचित निर्माण किया जाए और नियमित सफाई की व्यवस्था की जाए, ताकि इस गंभीर समस्या का स्थायी हल निकल सके।
. (बिहान न्यूज़24×7 खबरे हमारी,भरोसा आपका)