👉 आत्मसमर्पण की राह खोलती पुलिस की अपील – “हिंसा छोड़ो, विकास से जुड़ो”
🛡️ कोबरा 207 और जिला बल की सर्चिंग में बड़ी बरामदगी – जंगल की खामोशी में मिला सुरक्षाबलों को सफलता का सुर
गरियाबंद जिले में चल रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत सुरक्षाबलों को 2 जून 2025 को एक महत्वपूर्ण कामयाबी हाथ लगी। ई-30 जिला बल और सीआरपीएफ की कोबरा 207 बटालियन की संयुक्त टीम ने इंदागांव एरिया के तौरेंगा जंगल में गुप्त सूचना के आधार पर सर्चिंग अभियान चलाया।

सर्चिंग के दौरान नक्सलियों की मौजूदगी की पुष्टि हुई, लेकिन सुरक्षाबलों की आहट पाते ही वे घने जंगलों की ओट में भाग निकले। हालांकि, मौके पर गहन तलाशी के दौरान नक्सलियों द्वारा छिपाकर रखी गई बड़ी मात्रा में राशन व दैनिक उपयोग की सामग्री बरामद हुई। यह स्पष्ट संकेत है कि इस इलाके को नक्सली सक्रिय संचालन के लिए उपयोग कर रहे थे।
🕊️ “हिंसा से नहीं, विश्वास से बनेगा भविष्य” – गरियाबंद पुलिस की अपील
गरियाबंद पुलिस ने एक सशक्त मानवीय संदेश देते हुए माओवादियों से अपील की है कि वे हिंसा का मार्ग त्यागकर समाज की मुख्यधारा में लौटें।
🎙️ पुलिस का संदेश:
“शासन की आत्मसमर्पण नीति आपके लिए नया जीवन, नई पहचान और नयी शुरुआत का द्वार खोलती है। आज नहीं तो कब? अपने परिवार, बच्चों और भविष्य के लिए एक बेहतर फैसला लें।”
📞 आत्मसमर्पण के लिए संपर्क करें – 94792-27805
जो भी माओवादी आत्मसमर्पण करना चाहते हैं, वे गरियाबंद जिले के नजदीकी थाना, चौकी, पुलिस कैंप या ऊपर दिए गए संपर्क नंबर पर संपर्क कर सकते हैं। आपकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी और पूरी सुरक्षा के साथ प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
🌈 आत्मसमर्पण के बाद मिलेंगी ये सुविधाएं – नया जीवन, नया अवसर
राज्य शासन द्वारा आत्मसमर्पण करने वाले पूर्व नक्सलियों को कई लाभ प्रदान किए जाते हैं:
✅ भयमुक्त, सम्मानजनक और सुरक्षित जीवन
✅ परिवार के साथ पुनर्मिलन और सामाजिक स्वीकृति
✅ स्वरोजगार और प्रशिक्षण की सुविधा
✅ निःशुल्क चिकित्सा सुविधा
✅ आवासीय योजना के अंतर्गत मकान
✅ योग्यतानुसार शासकीय नौकरी का अवसर
🔚 निष्कर्ष: बदलाव का समय है – हथियार नहीं, भविष्य चुनिए
इस सफलता ने एक बार फिर सिद्ध किया है कि सुरक्षा बल न केवल माओवाद के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं, बल्कि उन्हें समझाने और समाज से जोड़ने की नीति भी अपना रहे हैं।
. (बिहान न्यूज़24×7 खबरे हमारी,भरोसा आपका)