मंगलुरु (कर्नाटक): दक्षिण कन्नड़ जिले में धर्मस्थल नामक स्थान के पास कथित तौर पर सामूहिक कब्रें मिलने से संबंधित मामले की जांच के बीच बुधवार को एक व्यक्ति का इंटरव्यू ले रहे तीन यूट्यूब चैनलों से जुड़े चार व्यक्तियों पर भीड़ ने हमला कर दिया। घटना एक कॉलेज छात्रा के घर के पास हुई, जिसका 2012 में धर्मस्थल कस्बे में रेप हुआ था और वह मृत पाई गई थी।
‘बिग बॉस कन्नड़’ के रजत का ले रहे थे इंटरव्यू
अजय अंचन, अभिषेक, विजय और एक कैमरामैन “बिग बॉस कन्नड़” के रजत का इंटरव्यू ले रहे थे, तभी पंगल क्रॉस के पास लगभग 50 से 60 लोगों ने उन पर हमला कर दिया। उन्होंने कैमरे सहित दूसरी मशीनों को भी तोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि चारों को उजीरे के बेनका अस्पताल ले जाया गया। उनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और अब तक किसी की गिरफ्तारी की सूचना नहीं है
दो समूहों ने एक-दूसरे पर फेंके पत्थर
पंगल क्रॉस पर हुई घटना के बाद, दो समूहों ने एक-दूसरे से गाली-गलौज की और पथराव शुरू कर दिया। पुलिस ने भीड़ को शांत करने की कोशिश की, लेकिन जब भीड़ बढ़ने के संकेत मिले, तो उन्हें तितर-बितर करने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया गया। पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी है। दक्षिण कन्नड़ जिले के पुलिस अधीक्षक अरुण के ने लोगों से शांति बनाए रखने का आग्रह किया और कहा कि संदिग्धों की पहचान की पुष्टि होने के बाद कार्रवाई की जाएगी।
टेंपल टाउन धर्मस्थल में क्या है सामूहिक कब्रों का राज?
बता दें कि कर्नाटक का टेंपल टाउन धर्मस्थल इन दिनों अफवाहों की आमद से तपा हुआ है। एक सोशल एक्टिविस्ट ने आरोप लगाया है कि यहां 15 सालों तक महिलाओं को सामूहिक रूप से दफन किया गया। कई महिलाओं के साथ यौन हिंसा हुई और इसे ढकने के प्रयास किए गए. ये सिलसिला डेढ़ दशकों तक जारी रहा। एक पूर्व सफाई कर्मचारी, जिसकी पहचान उजागर नहीं की गई है, ने दावा किया कि वह 1995 से 2014 के बीच धर्मस्थल में कार्यरत था और उसे महिलाओं और नाबालिगों सहित कई शवों को दफनाने के लिए मजबूर किया गया था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कुछ शवों पर यौन उत्पीड़न के निशान थे।
कर्नाटक के मंत्री ने क्या कहा?
वहीं, इस पर कर्नाटक के वन मंत्री ईश्वर खांडरे ने बुधवार को कहा कि यदि जांच में यह पुष्टि हो जाती है कि धर्मस्थल के वन क्षेत्र में शवों को अवैध रूप से दफनाया गया था, तो विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। राज्य सरकार द्वारा गठित SIT पिछले दो दशकों में धर्मस्थल में सामूहिक हत्या, बलात्कार और अवैध दफन के आरोपों की जांच कर रहा है।