निखिल वखारिया ।
रायपुर, 4 मई 2025 —
छात्रों की शिक्षा संबंधी समस्याओं और बुनियादी सुविधाओं की भारी अनदेखी के विरोध में नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने आज रायपुर के मैट्स कॉलेज, पंडरी में जोरदार विरोध प्रदर्शन कर कॉलेज प्रबंधन का घेराव किया। NSUI ने विश्वविद्यालय प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि जल्द से जल्द छात्रों की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया, तो आंदोलन को और उग्र रूप दिया जाएगा।

इस विरोध प्रदर्शन के माध्यम से एनएसयूआई ने कॉलेज प्रशासन के समक्ष पाँच प्रमुख माँगें रखीं, जिनमें छात्रों के शैक्षणिक हित, आर्थिक बोझ में राहत और गुणवत्तापूर्ण सुविधाएँ उपलब्ध कराने पर विशेष जोर दिया गया।
प्रमुख माँगें इस प्रकार हैं:
- भाषा अनुरूप प्रश्न पत्र उपलब्ध कराना:
हिंदी माध्यम के छात्रों को अंग्रेज़ी में प्रश्नपत्र देना अन्यायपूर्ण है। NSUI ने स्पष्ट किया कि छात्रों को उनके उत्तर लेखन के माध्यम के अनुरूप ही प्रश्नपत्र उपलब्ध कराया जाए। - अनुचित विलंब शुल्क की समाप्ति:
₹25 प्रतिदिन की दर से वसूला जा रहा विलंब शुल्क आर्थिक उत्पीड़न के समान है। छात्र संगठन ने इसे तत्काल समाप्त करने की माँग की। - पुस्तकालय में विषयानुसार पुस्तकों की व्यवस्था:
कॉलेज पुस्तकालय में विभिन्न विषयों की उच्च गुणवत्ता वाली पुस्तकें उपलब्ध कराई जाएँ ताकि छात्रों को अध्ययन सामग्री के लिए इधर-उधर न भटकना पड़े। - बैठक क्षमता में वृद्धि:
वर्तमान में छात्रों की संख्या के अनुरूप पुस्तकालय में बैठने की समुचित व्यवस्था नहीं है। NSUI ने मांग की कि अध्ययन हेतु पर्याप्त बैठने की सुविधा प्रदान की जाए। - बुनियादी सुविधाओं में सुधार:
छात्रों से भारी-भरकम शुल्क लेने के बावजूद कक्षाओं में न तो एसी सही से काम कर रहे हैं और न ही पीने के पानी, प्रकाश और वाई-फाई जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। संगठन ने स्पष्ट किया कि जब शुल्क उच्च स्तर का है, तो सुविधाएँ भी वैसी ही मिलनी चाहिए।
नेतृत्व और चेतावनी:

उत्तर विधानसभा अध्यक्ष अनुज शुक्ला ने प्रदर्शन का नेतृत्व करते हुए कहा,
“छात्रों की उपेक्षा अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यदि प्रशासन ने जल्द कोई ठोस कदम नहीं उठाया, तो NSUI चरणबद्ध तरीके से बड़ा आंदोलन छेड़ेगी।”
प्रदर्शन में प्रदेश सचिव कुणाल दुबे, वाइस चेयरमैन पुनेश्वर लहरे, अंकित बंजारे, हिमांशु तांडी, आलोक खरे, गुज्जर खान, विनय साहू, ऐश्वर्य कोसले, असलान शेख, लक्की सहित NSUI के सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
आंदोलन की गूंज:
यह प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा, लेकिन इसका संदेश तीव्र और स्पष्ट था — “छात्रों के अधिकारों से कोई समझौता नहीं होगा।” NSUI ने विश्वविद्यालय प्रशासन को एक सप्ताह का अल्टीमेटम देते हुए माँगों को मानने की अंतिम चेतावनी दी है।
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