Raipur News : AIIMS से फरार हत्या का आरोपी करण पोर्ते ट्रेन से गिरफ्तार, RPF ने दबोचा

रायपुर: हत्या के मामले में सेंट्रल जेल में बंद विचाराधीन कैदी करण पोर्ते, जो उपचार के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) रायपुर में भर्ती था, शनिवार को पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था. रायपुर पुलिस, दुर्ग पुलिस, राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी), और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के संयुक्त अभियान में उसे एक ट्रेन से गिरफ्तार कर लिया गया है.

पुलिस सूत्रों के अनुसार, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, रायपुर में उपचार के लिए भर्ती सेंट्रल जेल में बंद विचाराधीन कैदी करण पोर्ते शनिवार को पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था. फरारी की सूचना मिलते ही पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू की और एक संयुक्त अभियान चलाया गया. इस अभियान में रायपुर पुलिस, दुर्ग पुलिस, जीआरपी, और आरपीएफ की टीमें शामिल थीं.

इस ऑपरेशन में आईजी आरपीएफ मुन्नवर खुर्शीद, एसएसपी रायपुर लाल उमेद सिंह, एसएसपी दुर्ग विजय अग्रवाल, एसपी जीआरपी श्वेता सिन्हा, और रायपुर पुलिस के उपनिरीक्षक मुकेश सोरी सहित अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही. संयुक्त टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए करण पोर्ते को एक ट्रेन से पकड़ लिया.

रायपुर पुलिस ने बताया कि आरोपी को पकड़ने के लिए रेलवे स्टेशनों पर कड़ी निगरानी रखी गई थी, और जीआरपी व आरपीएफ की सक्रियता से यह सफलता मिली. फिलहाल, करण पोर्ते को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है, और उसके फरार होने के कारणों व परिस्थितियों की जांच की जा रही है.

हत्या के गंभीर मामले में विचाराधीन कैदी करण पोर्ते उर्फ करन (26 वर्ष), जो 6 सितंबर को AIIMS रायपुर से उपचार के दौरान जेल प्रहरी को चकमा देकर फरार हो गया था, आज ट्रेन नंबर 07051 (चेरला पल्ली-रक्सौल) से गोंदिया रेलवे स्टेशन पर गिरफ्तार कर लिया गया. रायपुर के मंदिर हसौद थाना क्षेत्र के निवासी आरोपी पर अपराध क्रमांक 98/2021 के तहत धारा 302 (हत्या) और 307 (हत्या का प्रयास) आईपीसी के तहत मामला दर्ज है.

आरोपी गोंदिया स्टेशन पर ट्रेन की जांच की गई. CCTV फुटेज में आरोपी को ट्रेन के आगे के सामान्य कोच में चढ़ते हुए स्पष्ट दिखा. इसकी तत्काल सूचना दुर्ग पोस्ट प्रभारी को दी गई, जिन्होंने RPF, GRP, CBI और SIB की संयुक्त टीम गठित की. ट्रेन के पहुंचने पर कोच की तलाशी ली गई, जहां हुलिए के आधार पर संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ लिया गया.

Nikhil Vakharia

Nikhil Vakharia

मुख्य संपादक