Trump ने फिर गाया वही राग! India-Pakistan जंग रुकवाने का किया दावा, जानें इस बार क्या-क्या कहा?

वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच जंग रुकवाई है। ट्रंप इससे पहले भी कई बार इस तरह का बयान दे चुके हैं। ट्रंप ने कहा है कि जब दोनों देशों के बीच सैन्य संघर्ष जारी था तो उन्होंने व्यक्तिगत रूप से परमाणु शक्ति संपन्न पड़ोसियों के बीच हस्तक्षेप किया था और युद्ध विराम पर सहमत होने के लिए व्यापार समझौते और टैरिफ की धमकी का इस्तेमाल किया था। 

क्या बोले ट्रंप?

ट्रंप ने कहा, “…मैंने एक बहुत ही शानदार इंसान, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की। मैंने पूछा कि आपके और पाकिस्तान के बीच क्या चल रहा है। फिर मैंने पाकिस्तान से व्यापार के बारे में बात की। मैंने पूछा कि आपके और भारत के बीच क्या चल रहा है? नफरत जबरदस्त थी। यह बहुत लंबे समय से चल रहा है, जैसे, कभी-कभी सैकड़ों सालों से अलग-अलग नामों से…मैंने कहा, मैं आपके साथ कोई व्यापार समझौता नहीं करना चाहता…आप लोग परमाणु युद्ध में उलझ जाएंगे… मैंने कहा, कल मुझे फिर से फोन करना, लेकिन हम आपके साथ कोई समझौता नहीं करेंगे, हम आप पर इतने ज्यादा टैरिफ लगा देंगे कि आपका सिर घूम जाएगा…लगभग 5 घंटे के अंदर, यह हो गया…अब शायद यह फिर से शुरू हो जाए। मुझे नहीं पता। मुझे नहीं लगता, लेकिन अगर ऐसा हुआ तो मैं इसे रोक दूंगा। हम ऐसी चीजें नहीं होने दे सकते…” 

भारत ने साफ किया है अपना रुख

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कुछ भी दावा करते रहें लेकिन भारत ने हमेशा स्पष्ट कहा है कि दोनों सेनाओं के डीजीएमओ के बीच सीधी बातचीत के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर को सिर्फ स्थगित किया है। वैसे ट्रंप अब तक 30 से अधिक बार अपने इस दावे को दोहरा चुके हैं कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच सीज फायर करवाया है।

पीएम मोदी के चीन दौरे से पहले ट्रंप ने दिया बयान

अमेरिका ने भारत पर टैरिफ दर 50 प्रतिशत कर दिया है। दिलचस्प यह भी है कि ट्रंप का यह बयान ऐसे वक्त पर आया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही चीन का दौरा करने वाले हैं। ट्रंप जानते हैं कि पीएम मोदी की चीन यात्रा से अंतरराष्ट्रीय समीकरणों में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। पीएम मोदी चीन के तियानजिन में होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इस शिखर सम्मेलन में दुनिया के करीब 20 नेता शामिल होंगे। 

Nikhil Vakharia

Nikhil Vakharia

मुख्य संपादक