वोट चोरी का आरोप बेबुनियाद, कांग्रेस व विपक्ष जनमत का कर रहे अपमान – मुरलीधर सिन्हा”

निखिल वखारिया

भाजपा सहकारिता प्रकोष्ठ के नेता बोले – मतदाता सूची पुनरीक्षण की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी, सभी राजनीतिक दलों को मिलता है दावा-आपत्ति का अवसर


गरियाबंद। भाजपा सहकारिता प्रकोष्ठ छत्तीसगढ़ कार्यसमिति सदस्य एवं भाजपा जिला गरियाबंद के पूर्व जिला महामंत्री मुरलीधर सिन्हा ने कांग्रेस और विपक्षी दलों पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि वोट चोरी के लगाए जा रहे आरोप तथ्यहीन और बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि यह आरोप जनता के जनमत का सम्मान न करना है।

सिन्हा ने स्पष्ट किया कि मतदाता सूची का विशेष गहन अथवा संक्षिप्त पुनरीक्षण निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार पूरी तरह पारदर्शिता से होता है। इस प्रक्रिया में मतदाता सूची का प्रथम और अंतिम प्रकाशन किया जाता है तथा सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को पूरी मतदाता सूची उपलब्ध कराई जाती है। साथ ही उन्हें आपत्ति और दावा करने का पूरा अवसर भी दिया जाता है।

उन्होंने बताया कि जिला निर्वाचन अधिकारी (कलेक्टर) द्वारा प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिए अनुविभागीय दण्डाधिकारी (SDM) को ERO और तहसीलदार को AERO नियुक्त किया जाता है। इसके अलावा प्रत्येक मतदान केंद्र पर बूथ लेवल एजेंट (BLA) राजनीतिक दलों से लिए जाते हैं और बूथ लेवल अधिकारी (BLO) घर-घर जाकर मतदाता सूची का सत्यापन करते हैं।

भाजपा नेता ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग समय-समय पर आवश्यक संशोधन और दिशा-निर्देश जारी करता है। वर्ष 2022 में निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण (संशोधन) नियम के तहत प्ररूप 6, 7 और 8 सहित कई फॉर्म सरल किए गए हैं ताकि पंजीयन प्रक्रिया और भी सुविधाजनक हो सके।

उन्होंने सवाल उठाया कि – “जब अंतिम प्रकाशन से पहले जिला निर्वाचन अधिकारी राजनीतिक दलों की बैठक कर जानकारी देते हैं और सूची की प्रति भी उपलब्ध कराते हैं, तब विपक्ष वोट चोरी का आरोप कैसे लगा सकता है? क्या वे बैठक में सिर्फ समोसा और चाय पीने जाते हैं?”

सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस एवं विपक्षी दलों का आरोप केवल राजनीतिक बयानबाजी है। भाजपा लोकतांत्रिक प्रक्रिया और निर्वाचन आयोग की पारदर्शी व्यवस्था पर पूर्ण विश्वास रखती है।

Nikhil Vakharia

Nikhil Vakharia

मुख्य संपादक