राजधानी में नशे का जाल गहराया, होटल और बार में संदिग्ध गतिविधियों पर उठे सवाल

रायपुर : छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में नशे का जाल दिनों-दिन गहराता जा रहा है। गंज थाना क्षेत्र के एक नामी होटल से जुड़े ड्रग्स सेवन का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पूरे शहर में हड़कंप मच गया है। करीब ढाई मिनट के इस वीडियो में एक युवती को कमरे के अंदर 500 के नोट पर कोकीन की लाइन बनाते और उसे चाटते हुए साफ देखा जा सकता है। यह दृश्य न सिर्फ राजधानी में ड्रग्स के बढ़ते प्रचलन को उजागर करता है, बल्कि होटल परिसरों में चल रही संदिग्ध गतिविधियों की पोल भी खोल रहा है। सूत्रों के मुताबिक, यह वीडियो गंज क्षेत्र के एक बड़े होटल का है। पुलिस वायरल वीडियो की सत्यता, लोकेशन और इसमें शामिल युवती की पहचान की जांच में जुट गई है। प्रारंभिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि राजधानी में होटल, बार और कुछ निजी पार्टियों में नशे का कारोबार सुनियोजित तरीके से चल रहा है, जिसमें बाहरी राज्यों के सप्लायर भी शामिल हैं।

पंजाब, राजस्थान और बिहार से हो रही सप्लाई

नशे के इस गहरे जाल में राजधानी के युवाओं की बढ़ती भागीदारी चिंता का विषय बन गई है। पुलिस सूत्र बताते हैं कि पंजाब, राजस्थान, बिहार समेत कई राज्यों से रायपुर और आस-पास के इलाकों में ड्रग्स की सप्लाई की जा रही है। सप्लाई के तरीके भी बेहद चालाकी से अपनाए जा रहे हैं—कभी कोरियर सर्विस के जरिए तो कभी ट्रांसपोर्ट लाइन से जुड़े ट्रक ड्राइवर और हेल्पर के माध्यम से। इन दिनों रिंग रोड नंबर-2 से लगा क्षेत्र ड्रग्स तस्करी का नया ठिकाना बन चुका है। पुलिस के अनुसार, यहां से रायपुर से भिलाई तक फैले तस्करों का नेटवर्क सक्रिय है। यह नेटवर्क न केवल हेरोइन और कोकीन, बल्कि एमडीएमए जैसे महंगे ड्रग्स की सप्लाई भी कर रहा है।

आमानाका पुलिस की कार्रवाई: दो हेरोइन तस्कर गिरफ्तार

इस बीच, आमानाका पुलिस ने हेरोइन तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए दो तस्करों को गिरफ्तार किया है। पुलिस को सूचना मिली थी कि टाटीबंध-भनपुरी बायपास के पंजाबी ढाबा के सामने एक संदिग्ध कार में दो युवक बैठे हैं। टीम ने मौके पर पहुंचकर दोनों को हिरासत में लिया। पूछताछ में आरोपियों ने अपने नाम सिल्वेस्टर राजेश उर्फ रामी और विजय सिन्हा बताए। तलाशी लेने पर उनके पास से 14.9 ग्राम हेरोइन बरामद हुई, जिसकी बाजार कीमत करीब डेढ़ लाख रुपये बताई जा रही है। पुलिस का कहना है कि दोनों लंबे समय से हेरोइन की बिक्री में शामिल थे और घटना के समय ग्राहक का इंतजार कर रहे थे। आरोपियों के पास से बरामद कार को भी जब्त कर लिया गया है।

नेटवर्क के पीछे की कड़ी तलाश में पुलिस

पूछताछ में सामने आया कि दोनों आरोपियों को ड्रग्स बाहरी राज्यों के सप्लायर उपलब्ध कराते थे। ये सप्लायर आमतौर पर शहर में खुद नहीं आते, बल्कि अपने भरोसेमंद नेटवर्क के जरिए माल छोड़कर चले जाते हैं। इसके बाद स्थानीय स्तर पर छोटे-छोटे विक्रेता और एजेंट ग्राहकों तक ड्रग्स पहुंचाते हैं। पुलिस अब इन सप्लायरों और उनके सहयोगियों तक पहुंचने के लिए तकनीकी और मानवीय सूचना स्रोतों का सहारा ले रही है।

होटल और पार्टी कल्चर में बढ़ रहा नशा

वायरल वीडियो ने राजधानी के होटल और पार्टी कल्चर में छुपी नशे की समस्या को भी उजागर कर दिया है। जांच अधिकारियों का मानना है कि कई होटल, रिसॉर्ट और निजी फार्महाउस पर ड्रग्स का सेवन और कारोबार होता है, लेकिन गुप्त रूप से। इस तरह के आयोजनों में शामिल होने वाले अधिकतर युवा हाई-प्रोफाइल परिवारों से होते हैं, जिससे मामले अक्सर दबा दिए जाते हैं।

प्रशासन के लिए चुनौती

रायपुर पुलिस के लिए यह मामला इसलिए भी चुनौतीपूर्ण है क्योंकि एक ओर वीडियो वायरल होने से जनता में आक्रोश और चिंता है, वहीं दूसरी ओर ड्रग्स का नेटवर्क बेहद संगठित और बहु-स्तरीय है। सप्लायर, मिडिलमैन और छोटे विक्रेताओं की कड़ी तक पहुंचना आसान नहीं है। इसके अलावा, ड्रग्स की डिलीवरी के लिए इस्तेमाल होने वाले गुप्त और लगातार बदलते तरीकों से भी जांच में मुश्किलें आती हैं।

पहले भी हो चुकी हैं बड़ी जब्तियां

पिछले कुछ महीनों में रायपुर और आसपास के इलाकों में पुलिस ने कई बड़ी ड्रग्स जब्तियां की हैं। मार्च में पुलिस ने 45 लाख की हेरोइन पकड़ी थी, वहीं मई में एमडीएमए और चरस के साथ दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया था। इसके बावजूद, लगातार हो रही सप्लाई यह साबित करती है कि तस्करों का नेटवर्क अब भी सक्रिय और मजबूत है।

पुलिस की अपील

रायपुर पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि यदि उन्हें नशे के सेवन या बिक्री से जुड़ी कोई भी जानकारी मिले, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें। पुलिस का कहना है कि सूचना देने वाले की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी। नारकोटिक ड्रग्स एंड सायकोट्रॉपिक सब्सटेंसेस (NDPS) एक्ट के तहत हेरोइन, कोकीन, एमडीएमए जैसे ड्रग्स का उत्पादन, बिक्री या सेवन गंभीर अपराध है। इस एक्ट के तहत दोषी पाए जाने पर 10 साल से लेकर 20 साल तक की सजा और भारी जुर्माना हो सकता है। वायरल वीडियो और तस्करों की गिरफ्तारी से यह साफ हो गया है कि रायपुर में नशे का कारोबार न केवल मौजूद है, बल्कि यह एक संगठित नेटवर्क के तहत संचालित हो रहा है। होटल और पार्टी कल्चर में घुसपैठ कर चुके इस नशे के जाल को तोड़ना प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन चुका है। अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस इन घटनाओं के बाद कितना बड़ा और ठोस एक्शन ले पाती है।

Nikhil Vakharia

Nikhil Vakharia

मुख्य संपादक