कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जर्मनी दौरे के दौरान कई अहम बैठकों और संवाद कार्यक्रमों में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने लोकतंत्र की मजबूती के लिए जवाबदेही को सबसे जरूरी तत्व बताते हुए कहा कि किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था में पारदर्शिता और संस्थानों की जिम्मेदारी जनता के प्रति होना अनिवार्य है।
राहुल गांधी ने विभिन्न थिंक टैंक्स, शिक्षाविदों और नीति विशेषज्ञों से मुलाकात कर वैश्विक लोकतांत्रिक चुनौतियों, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और संवैधानिक मूल्यों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र केवल चुनाव तक सीमित नहीं है, बल्कि इसमें संस्थाओं की स्वतंत्रता, मीडिया की निष्पक्षता और नागरिक अधिकारों की रक्षा भी उतनी ही अहम है।
जर्मनी में हुई इन मुलाकातों के जरिए राहुल गांधी ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत में लोकतांत्रिक मूल्यों को लेकर अपनी बात रखी। कांग्रेस नेताओं के अनुसार, यह दौरा विचारों के आदान-प्रदान और वैश्विक अनुभवों से सीख लेकर भारतीय लोकतंत्र को और मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
