Russia से दोस्ती निभाते पहली बार रोया North Korean तानाशाह किम जोंग उन, घुटनों पर बैठकर आंसू बहाया और किया सॉल्यूट

प्योंगपांगः दुनिया में कई बार कुछ लोगों के बीच दोस्ती ऐसी होती है, जिसकी मिसाल दी जाती है। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन और रूस के राष्ट्रपति पुतिन के बीच की दोस्ती भी कुछ ऐसी ही है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रूस के लिए दोस्ती निभाने के चक्कर में पहली बार किम जोंग उन को घुटनों पर बैठकर आंसू बहाना पड़ा है। आमतौर पर किम जोंग को रोते हुए शायद ही किसी ने पहले कभी देखा रहा हो, लेकिन इस बार वह एक वीडियो में अपने आंसू बहाते दिख रहे हैं…आंसू रुकते नहीं देख वह और फूल-फूल कर रोने लगते हैं। आइये अब आपको बताते हैं कि दुनिया के सबसे खूंखार तानाशाह को आखिर क्यों इस तरह फफक कर रोना पड़ा। 

किम जोंग ने क्यों बहाए आंसू

किम जोंग उन उस वक्त बेहद भावुक हो गए, जब वह रूस के लिए जंग लड़ते यूक्रेन में मारे गए उत्तर कोरियाई सैनिकों को श्रद्धांजलि दे रहे थे। इस दौरान किम जोंग को अपने आंसू छलकाते देखा गया। एक वीडियो में वह घुटनों पर बैठकर शहीदों की फोटो पर तमगा लगा रहे हैं और इस दौरान भी रो पड़ते हैं। एक अन्य दृश्य में वह एक शहीद सैनिक की छोटी बच्ची का बैठकर माथा चूमते हैं और भावुक हो जाते हैं। इस दौरान अन्य सभी मौजूद लोग भी रोने लगते हैं। लोगों को कार्यक्रम में अपने आंसू पोंछते देखा जा सकता है। 

रूस के लिए जंग लड़ने गए सैकड़ों उत्तर कोरियाई सैनिकों की मौत

बता दें कि यूक्रेन के खिलाफ जंग लड़ने के लिए किम जोंग ने अपने दोस्त पुतिन की मदद में हजारों उत्तर कोरियाई सैनिक भेजे थे। यूक्रेन के खिलाफ युद्ध लड़ते हुए इनमें से सैकड़ों सैनिक मारे गए, जिनका शव बाद में रूसी विमानों के जरिये उत्तर कोरिया भेजा गया। यह दृश्य देख किम जोंग उन भावुक हो गए। किम जोंग उन ने कुर्स्क क्षेत्र में हुए सैन्य अभियान में भाग लेने वाले सैनिकों को उनकी वीरता और महान निस्वार्थता को सराहते हुए सम्मानित भी किया।

किम जोंग ने क्या कहा?

KCNA (कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी) की रिपोर्ट के अनुसार, डीपीआरके (उत्तर कोरिया) के लड़ाकों ने पूरी दुनिया के सामने कोरियाई लोगों की अदम्य भावना और कोरियाई सेना की असाधारण युद्ध क्षमताओं का प्रदर्शन किया। कार्यक्रम में भाग लेने वालों ने यूक्रेनी सशस्त्र बलों के खिलाफ विशेष अभियान में भाग लेने वाले मारे गए उत्तर कोरियाई सैनिकों की याद में एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि भी अर्पित की।

किम जोंग उन ने कहा कि इस विदेशी सैन्य अभियान में भाग लेने वाले सभी सैनिकों ने “महान कारनामे” किए, जो डीपीआरके के इतिहास में दर्ज किए जाएंगे। कोरियन पीपल्स आर्मी (KPA) के सैनिकों और कमांडरों ने “हमारे देश के अस्तित्व और विकास की एक ठोस गारंटी” बनाई।

Nikhil Vakharia

Nikhil Vakharia

मुख्य संपादक