Animesh Kujur ने रचा इतिहास: 200 मीटर में स्वर्ण पदक, टोक्यो वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई

छत्तीसगढ़ के 22 साल के स्प्रिंटर अनिमेष कुजूर ने एथलेटिक्स में इतिहास रच दिया है। उन्होंने 2025 वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए अपनी जगह पक्की कर ली है। यह टूर्नामेंट 13 से 21 सितंबर तक टोक्यो में आयोजित किया जाएगा। उन्होंने शनिवार, 23 अगस्त को चेन्नई में नेशनल इंटर स्टेट एथलेटिक्स चैंपियनशिप में पुरुषों की 200 मीटर रेस में गोल्ड मेडल जीतकर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में अपनी जगह पक्की की।

मोनाको डायमंड लीग में भी अनिमेष का प्रदर्शन रहा था शानदार

उन्होंने 20.63 सेकंड का समय निकालकर टोक्यो रोड रैंकिंग में अपनी रैंकिंग में और सुधार किया है। अनिमेष ने इस सीजन में 100 मीटर और 200 मीटर दोनों नेशनल रिकॉर्ड तोड़े हैं। साथ ही एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता है और मोनाको डायमंड लीग में अंडर-23 में 200 मीटर स्पर्धा में भाग लिया है। अनिमेष के प्रदर्शन को लेकर उनके कोच मार्टिन ओवेन्स ने कहा कि मैं इस लंबे सीजन से बहुत खुश हूं। हमें सीजन की इतनी जल्दी नेशनल रिकॉर्ड तोड़ने की उम्मीद नहीं थी। अपनी जीत के साथ, उन्होंने वर्ल्ड चैंपियनशिप के लिए अपनी जगह और मजबूत कर ली है और यह एक शानदार उपलब्धि है।

टोक्यो चैंपियनशिप में अच्छा प्रदर्शन करना चाहेंगे अनिमेष

वर्ल्ड चैंपियनशिप से पहले, कुजूर अपने शरीर को थोड़ा आराम देंगे और कुछ कुछ ट्रेनिंग कैंप में हिस्सा लेंगे। उन्होंने इस साल की शुरुआत में स्विट्जरलैंड में कुछ ट्रेनिंग कैंप में हिस्सा लिया था। अब उनका ध्यान टोक्यो चैंपियनशिप के लिए खुद को तरोताजा रखने पर होगा। इस साल की शुरुआत में, कुजूर ने कोच्चि में फेडरेशन कप में 200 मीटर का नेशनल रिकॉर्ड तोड़ा था। बाद में, उन्होंने ग्रीस में ड्रोमिया इंटरनेशनल स्प्रिंट एंड रिलेज़ मीटिंग में 10.18 सेकंड के साथ 100 मीटर का राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ा।

बता दें कि अनिमेष उन चार खिलाड़ियों की ग्रुप का हिस्सा थे (गुरिंदरवीर सिंह, मणिकांत और अमलान बोरगोहेन) का हिस्सा थे, जिसने 38.69 सेकंड के साथ 4×100 मीटर रिले का नेशनल रिकॉर्ड तोड़ा था। इसके बाद वे यूरोप दौरे पर गए, जहां उन्होंने डोरमिया में 100 मीटर की दौड़ 10.18 सेकंड में पूरी करके नेशनल रिकॉर्ड तोड़ा। इसके बाद वे ओडिशा और इंटर-स्टेट स्तर पर आयोजित वर्ल्ड एथलेटिक्स कॉन्टिनेंटल टूर कांस्य टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए भारत लौटे।

Nikhil Vakharia

Nikhil Vakharia

मुख्य संपादक