अंगूरी भाभी की धमाकेदार वापसी! ‘भाभी जी घर पर हैं’ के नए सीजन में आया दिलचस्प ट्विस्ट

अंगूरी भाभी

टीवी की दुनिया का स्टार शो भाभी जी घर पर हैं 2.O अपनी धमाकेदार वापसी के लिए तैयार है। बीते दिनों इस शो की एक्ट्रेस सोम्या टंडन अपने धुरंधर के किरदार को लेकर सुर्खियां बटोरती रहीं। अब इसी शो की एक और भाभी जी शिल्पा शिंदा (अंगूरी भाभी) ने भी धमाकेदार वापसी की है। शो का प्रोमो सामने आया है और इसमें होठ दबाए हॉरर अंदाज में अंगूरी भाभी सामने आती हैं। फैन्स भी शिल्पा की वापसी को लेकर काफी उत्साहित हैं।

नए ट्विस्ट के साथ लौट रहा ‘भाभीजी घर पर हैं 2.0’

मेकर्स ने शनिवार को शो का प्रोमो रिलीज कर दिया है। जिसमें ये शो कहानी में नए ट्विस्ट के साथ लौट रहा है। भाभीजी घर पर हैं 2.0′ में शिल्पा शिंदे को अंगूरी भाभी के असली किरदार में पेश किया गया है। वह अपने मशहूर डायलॉग ‘सही पकड़े हैं’ के साथ लौट आई हैं। इस बार कहानी रहस्यमय कस्बे घूंघटगंज में घटित होती है। प्रोमो में श्रद्धा कपूर की फिल्म ‘स्त्री’ की झलक दिखाई गई है, जिसमें लंबे घूंघट वाली स्त्री की मूर्ति नजर आती है। परंपरा और रहस्य के मिश्रण वाले इस शहर के हर कोने में रहस्य छिपे हुए हैं। तिवारी, अंगूरी, अनीता और विभूति को घुंघटगंज के निवासियों के साथ अशांति, अजीब और प्रफुल्लित करने वाली बातचीत का सामना करना पड़ता है। प्रोमो को साझा करते हुए, निर्माताओं ने इंस्टाग्राम पोस्ट को कैप्शन दिया, घूंघटगंज की गलियों से घूंघट उठाके, आ रही हैं असली से भी असली भाभीजी हंसी का तड़का लगाएं। सही पकड़े हैं।

शिल्पा शिंदे ने ‘भाभीजी घर पर हैं’ क्यों छोड़ा?

शिल्पा शिंदे ने मानसिक उत्पीड़न और निर्माताओं के साथ मतभेदों के कारण ‘भाभीजी घर पर हैं!’ छोड़ दिया था। उनका दावा था कि निर्माता उन पर एक ऐसा अनुबंध साइन करने का दबाव डाल रहे थे जिससे उन्हें अन्य शो करने से रोका जा रहा था। उन पर गैर-पेशेवर व्यवहार का आरोप भी लगा, जिसके चलते विवाद और कानूनी लड़ाई शुरू हुई। इसके बाद उन्हें शो से निकाल दिया गया और उनकी जगह शुभांगी अत्रे को ले लिया गया। भाभीजी घर पर हैं! कानपुर के दो पड़ोसी परिवारों, तिवारी और मिश्रा, के इर्द-गिर्द घूमता एक लोकप्रिय भारतीय सिटकॉम है, जिसमें दोनों पति (मनमोहन तिवारी और विभूति नारायण मिश्रा) एक-दूसरे की पत्नियों (अंगूरी और अनीता) को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं। इसके परिणामस्वरूप एक अजीब और हास्यास्पद स्थिति बनती है।

Nikhil Vakharia

Nikhil Vakharia

मुख्य संपादक