अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) ने बताया है कि चक्रवात ‘दित्वा’ के कारण श्रीलंका में करीब चार लाख श्रमिक प्रभावित हुए हैं। चक्रवात से भारी बारिश, तेज हवाओं और बाढ़ की स्थिति पैदा हुई, जिससे कृषि, मत्स्य, निर्माण और अनौपचारिक क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिकों की आजीविका पर गंभीर असर पड़ा है।
आईएलओ के अनुसार, कई इलाकों में कामकाज ठप हो गया है और बड़ी संख्या में श्रमिक अस्थायी रूप से बेरोजगार हो गए हैं। खासतौर पर दिहाड़ी मजदूरों और कम आय वाले परिवारों को सबसे अधिक नुकसान उठाना पड़ा है। संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि त्वरित राहत और पुनर्वास उपाय नहीं किए गए, तो रोजगार संकट और गहराता जा सकता है।
आईएलओ ने श्रीलंकाई सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से प्रभावित श्रमिकों के लिए तत्काल सहायता, सामाजिक सुरक्षा और रोजगार बहाली कार्यक्रमों को तेज करने की अपील की है। विशेषज्ञों का कहना है कि आपदा-रोधी नीतियों और श्रम सुरक्षा उपायों को मजबूत कर भविष्य में ऐसे प्राकृतिक संकटों के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
